मानव देह की महिमा
श्री राधे--( मानव देह की महिमा) ★ किसी वस्तु की महिमा पता चल जाये तो मनुष्य की उसमे प्रीति बढ जाती है- उदाहरण के लिए जैसे मान लो कहीं पारसमणि पडी हो ओर मनुष्य उसे साधारण पत्थर समझकर उसको महत्व ना दे तो उसकी पारसमणि मे प्रीति नही होगी ओर अगर कोई दुसरा व्यक्ति आकर उसे ये बोल दे की ये पत्थर नही पारसमणि है तो उस व्यक्ति की दृष्टि बदल जाती है ओर फिर वो पारसमणि के प्रति आकर्षित हो जाता है --यानि जब तक पारसमणि के विषय मे ज्ञान नही था तब तक पारसमणि के प्रति उसका आकर्षण नही था लेकिन जब पारसमणि की महिमा पता चली तो आकर्षण हो गया-- उसी प्रकार से मनुष्य ईस मानव देह को सामान्य समझकर ईसको महत्व नही देता ओर थोडा सा दूख आने पर ईस देह को खत्म करने चल पडता है-- लेकिन अगर मानव ये जान ले की ईस मानव देह की क्या महिमा है तो मनुष्य कभी भी ईसको नष्ट करने के विषय मे नही सोचेगा-- ईसलिए ईस देह की महिमा को जानना बहुत अनिवार्य है-- भागवत के प्रति श्रद्धा बढे ईसलिए पहले माहात्म सुनाया जाता है उसी प्रकार ईस देह की महिमा जानने पर मनुष्य ईस देह का फिर सदुपयोग करने लगता है-- पुज्य गुरुदेव मानव देह की महिमा को बताते ह...